तुम जो बिछड़े हो जल्दबाज़ी में…
यार तुम रूठ भी तो सकते थे.
- नाराज शायरी
नींद में भी वही कहानी है
बिछड़े जाते हैं ख़्वाब में हम तुम
- Neend Shayari
मेरे दिल का अरमान थी
मेरे खुशियों का जहान थी
फिर भी देखता रहा पल पल बिछड़ते
क्यों की मोहब्बत बेजुबान थी
– नीतू ठाकुर
हर मुलाकात पर दिया मुख्त़सर सा जबाव
यूं ही मिलते रहिए हमेशा बिछड़ने को जनाब
– शनाया चौधरी
- Mulakat Shayari