मुस्कुरा कर देखने में आैर देख कर मुस्कुराने मे बाहुत फर्क है,
मायनों के साथ रिशते बदल देता है
- Badalna Shayari
पत्तों सी हो गयी है रिशतो की उर्म,
आज हरे, कल पीले, परसों सुखे !!
करीब रहो इतना कि रिश्तों में प्यार रहे,
दूर भी रहो इतना कि आने का इतज़ार रहे,
रखो उम्मीद रिश्तों के दरमियाॅ इतनी,
कि टूट जाये उम्मीद मगर रिश्ते बरकरार रहें।
- Umeed Shayari