in

मंजिल दूर

मंजिल दूर

मंजिल दूर और सफ़र बहुत है
छोटी सी जिन्दगी की फिकर बहुत है
मार डालती ये दुनिया कब की हमे
लेकिन माँ की दुआओं में असर बहुत है

What do you think?

2.1k Points
Upvote Downvote

Written by Taureano Ent

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

रहने दो

रहने दो

इरादा कत्ल का था

इरादा कत्ल का था