जन्नत का हर लम्हा….दीदार किया था
गोद मे उठाकर जब मॉ ने प्यार किया था
- Deedar Shayari, Jannat Shayari
तू बेटी है तो रहमत है, तू बहना है तो शफ्कत है,
तू बीवी है तो चाहत है, तू माँ है तो फिर जन्नत है…
- Jannat Shayari, Sister Shayari बहन के लिये शायरी
कहते हैं जिस को जन्नत वो इक झलक है तेरी
सब वाइज़ों की बाक़ी रंगीं-बयानियाँ हैं …
~अल्ताफ़ हुसैन हाली
- Hindi Love Shayari For Husband Wife, Jannat Shayari
सियासत के फ़रिश्तों से अगर आज़ाद हो जाए।
तो ये कश्मीर जन्नत की तरह आबाद हो जाए।।
है जिनके हाथ में पत्थर, क़िताबें दे के तो देखो।
सबक़ कुछ अम्न का उनको भी शायद याद हो जाए।।
गँवारा है नहीं तुमको मेरा दैर -ओ- हरम आना।
तो फिर तुम मय-कदा आओ के कुछ इरशाद हो जाए।।
उड़े जब से परिन्दे हैं, नहीं लौटे हैं पेड़ों पर।
वो लौटें फिर से, कोई रास्ता ईजाद हो जाए।।
कयादत करने वालों को ‘अकेला’ ये खबर कर दो।
तुम्हारी नातवानी से न सब बरबाद हो जाए।।
– अकेला इलाहाबादी
- Jannat Shayari, Philosophy Shayari, राजनीति शायरी
औकात नहीं शैतानों की
जन्नत का सफर करें
मासूमों की लाशाें पर
इबादत नहीं होती
- Ibadat Shayari, Jannat Shayari, औकात शायरी