तुमने दिखाए हर ख्वाब को यादों में छुपाये रखा है,
तेर दिए हर दर्द को सीने में दबाए रखा है..
जो दिए थे तुमने “आंसू” मुझे छोड़ जाते वक़्त,
उसे आज भी अपने “पलको” पर सजाए रखा है..!!
- Khwab Shayari, याद शयरी
जन्मदिन के ये ख़ास लम्हें मुबारक,
आँखों में बसे नए ख्वाब मुबारक,
जिंदगी जो लेकर आई है आपके लिए आज…
वो तमाम खुशियों की..
हसीं सौगात मुबारक….!!!
- Janam Din Shayari, Khwab Shayari
आप हम से बात नहीं करते
और हम आप के बिना
कोई ख्वाब नहीं देखा करते
- Baat Nahin Karne Ki Shayari, Khwab Shayari
ज़िन आँखों को तू तकता था वो आँखें पत्थर हैं अब
ज़िन आँखों मैं ख्वाब कई थे उन्मे तू बस्ता था तब
धुन्धली सी यादे हैं कुछ सहमे से कुछ राज़ भी हैं
खोई सी नाजुक घढ़ियाँ, गज़लों के कुछ अल्फाज भी हैं
कहाँ हुई ओझल वो शामे कहाँ गया वो प्यार तेरा
जब आँखो मैं सागर उतरा डूब गया संसार मेरा
एक तबाही फिर से करदे यादों मैं सुर्खी आ जाए
एक नया सागर फिर ऊमढ़े फिर गम को तेरे पा जाए
बार बार जो मर के देखे कोई ऐसा भी दिलदार सही
शक की गुंजाइश कुछ ना रहे की हमको तुझसे प्यार नहीं !
– Yamini
- Alfaaz Shayari, Khwab Shayari, याद शयरी
सिर्फ सपने, ख्वाब, तसव्वुर, ख्याल, सजाते रहोगे
कब तक मतलब सावन का बरसात लगाते रहोगे
- Barish Shayari, Khwab Shayari, Sapne Shayari, Sawan Shayari