आंसू तेरे निकले तो आंखे मेरी हो,
दिल तेरा धडके तो धडकन मेरी हो,
खुदा करे हमारी दोस्ती इतनी गहरी हो,
के दोस्त तू बने और दोस्ती मेरी हो..
- Khuda Shayari
अगर पत्थर हूँ मैं…. तो मेरे दोस्त शिल्पकार हैं,
मेरी हर तारीफ़ के वो ही जिम्मेदार है।
– Anu Alang
मेरा क़ातिल भी परेशां है मेरे दोस्तों की दुआओं से……
जब जब वार करता है, ख़ंजर टूट जाता है……
- Kaatil Shayari
Hii
nice दोस्ती शायरी Thanks for share.