रहने की कुछ बहतरीन जगहों में से,
एक जगह अपनी अौकात भी है
- औकात शायरी, फनी शायरी
बदमाश तो हम जन्म से हैं,
पर कभी कोई बदमाशी दिखाई नही,
जिस दिन बदमाशी दिखा दी,
उस दिन लोगो का घर से निकलना मुश्किल हो जाएगा……..
- Badmashi Shayari
मेरी शायरी को शौक से पढने वालों कही मुझे आदत ना बना लेना…
मै वो नदी हूँ जो ठहर जाने की ख्वाहिश नहीं रखती…!!
- Aadat Shayari
रूठा हुआ है मुझसे, इस बात पर ज़माना,
शामिल नहीं मेरी, फ़ितरत में सर झुकाना!
- Zamana Shayari