समंदर को बहुत गुरुर है
अपने होने पर
हमारी प्यास से उलझे
तो धज्जियाँ उड़ जाएँ !!
– Siya
- Samandar Shayari
बदमाश तो हम जन्म से हैं,
पर कभी कोई बदमाशी दिखाई नही,
जिस दिन बदमाशी दिखा दी,
उस दिन लोगो का घर से निकलना मुश्किल हो जाएगा……..
- Badmashi Shayari