मजबूत होने में मज़ा ही तब है,
जब सारी दुनिया कमज़ोर कर देने पर तुली हो…
- Duniya Shayari
चेहरे से पहचान होती है
चेहरे से परख नहीं होती
- Pehchan Shayari
ज़िंदगी की हर सुबह कुछ शरतें लेकर आती है
आैर ज़िंदगी की हर शाम कुछ तजुर्बे देकर जाती है
- Shaam Shayari
ज़िंदगी का फलसफा भी कितना अजीब है
शामें कटती नहीं अौर साल गुज़रते चले जा रहे हैं
- Shaam Shayari
वो जो अौरों को बताती है जीने के तरीके
कुछ अपनी मुठी में मेरी जान लिए बैठी है
- Jaan Shayari