कोई दलील यहां पर असर नही करती
दिल मुर्दा गर हो तो खबर नही करती
हालात के तकाजे हमे मजबूर नही करते
उसूल वालों पर चमक असर नही करती
सियासत करने वाले झूठ ही बोलेंगे यहां
जमीर की आवाज इन पर असर नही करती
छोड़ कर इस जगह को जायें तो कहां जायें
अजदाद की खुशबू हर जगह नही मिलती
फसादात की जद में है यहां वतन मेरा
शायद मेरी दुआएं भी असर नही करती .
– Rahat Indori