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रूबरू होने की

रूबरू होने की

रूबरू होने की तो छोङिये, लोग गूफ्तगू से भी कतराने लगे हैं…
गुरूर आेढ़े हैं रिश्ते, अपनी हैसियत पर इतराने लगे हैं

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Written by bvbt3

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ख़ामोशियों की गिरफ़्त में

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जब-जब मुझे लगा

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