एक महबूब लापरवाह सा,
एक मोहब्बत बेपनाह सी
दोनों काफी हैं..
सुकून बर्बाद करने को
- Barbad Shayari, Bepanah Shayari, Mehboob Shayari, सुकून शायरी
मिलता तो है पर बहुत कुछ खोने के बाद
हम भी मुस्कुराये थे बेपनाह रोने के बाद
इस जहाँ में कुछ भी मुफ्त नहीं मिलता
मोल देना ही पड़ता है कुछ नया होने के बाद
– नीतू ठाकुर
- Bepanah Shayari, मतलबी लोग शायरी
बेवफाई को भी तेरी, इक राज रखा हैं मैंने
बेपनाह मोहब्बत का ये अंदाज रखा हैं मैंने
गनीमत हैं ये कलम भी तुझसे बदतमीजी करें
मेरी शायरी में भीे तेरा, लिहाज रखा हैं मैनें।
छलकती हैं आज भी कभी तनहाई मेेें आँखे
तो लगता हैं की तुझे ही, नाराज रखा हैं मैंने।
तुझे खोकर जैसे, खौफ-ए-खुदा भी न रहा
तेरे बाद तो यही अपना मिजाज रखा हैं मैंने।
मोहब्बत’ के मायने भी तुझसे ले के तुझी पे थे
अब तो मेरे पास सिर्फ ये अल्फाज रखा हैं मैंने।
- Alfaaz Shayari, Bepanah Shayari, Khuda Shayari
याद है मुझे मेरी हर एक गलती,
एक तो मोहब्बत कर ली,
दुसरी तुमसे कर ली,
तिसरी बेपनाह कर ली
– Sumit Tripathi
- Bepanah Shayari, गलती पर शायरी
सुना है तुम भूल गए हो हमें
सुना है तुम भूल गए हो हमें
फिर क्यों रखा है संभाल कर ?
टूटी हुई कांच की चूड़ी का टुकड़ा,
अध जले खत, फटी हुई तस्वीर।।
क्या यह सब कम है बताने के लिए
कि तुम्हें आज भी मोहब्बत है हमसे
बेपनाह मोहब्बत है हमसे।
- Bepanah Shayari, Wo Hame Bhul Gaye Shayari In Hindi