चुराकर नींद आँखों से , सनम क्या खूब सोते हो,
मेरे ख्वाबों खयालों में, अभी भी तुम ही होते हो,
अजब कानून कुदरत का, समझ में ही नही आता,
मुझे जब भी जरूरत हो , तभी तुम दूर होते हो ,
– नीतू ठाकुर
- Khayal Shayari, Khwab Shayari, Neend Shayari, याद शयरी
झूठ के रंगों से तस्वीर कहां बनती है
झूठे ख्वाबों से तकदीर कहां बनती है
तपा खुदको बना सख्ती का सितमगर
कच्चे लोहे की शमशीर कहां बनती है
- Jhoot Shayari, Khwab Shayari, किस्मत पर शायरी
किसी ने जन्नत किसी ने धोखा और किसी ने ख्वाब कहा
ऐ मोहब्बत किसी ने बेफवाइ तो किसी ने तुझे लाजवाब कहा
- Dhoka Shayari, Jannat Shayari, Khwab Shayari
एक पल तो ऐसा हो जिसे याद करना चाहें
एक पल तो ऐसा हो जिसे सोच कर मुस्कुरायें
एक पल तो ऐसा हो जिसे जीना चाहें
एक पल तो ऐसा हो जिसे खुद में समायें
एक पल तो ऐसा हो जिसे अपना बनायें
एक पल तो ऐसा हो जो उम्मीद जगाये
एक पल तो ऐसा हो जो ख्वाब सजाये
एक पल तो ऐसा हो जो जीना सिखाये
एक पल तो ऐसा हो जो दर्द मिटाये
एक पल तो ऐसा हो जो किस्मत से टकराये
एक पल तो ऐसा हो जो ज़िंदगी को ज़िंदगी बनाये
- Khwab Shayari, याद शयरी
जब कोई बदमशी मेरे दिमाग में छा जाती है
माँ चप्पल लिए ख्वाब में आ जाती है ।।
- Badmashi Shayari, Khwab Shayari, फनी शायरी