बाँध दे कोई काला धागा ….
नज़र-ए-उलफत का …
बेपनाह इश्क है तुझसे…
कोई नजर ना लगा दे …
- Bepanah Shayari, Nazar Shayari
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यूँ जमीन पर बैठकर क्यूँ
आसमान देखता है…?
पाँखों को खोल जमाना
सिर्फ उड़ान देखता है…?
लहरों की तो फितरत है
शोर मचाने की….?
मंजिल उसी की होती है जो
नज़रों में तूफान देखता है…?
सुप्रभात
- Nazar Shayari, आसमान शायरी, सुप्रभात शायरी Good Morning SMS in Hindi, हौसला बढ़ाने वाली शायरी
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नजर बन के कुछ इस कदर मुझको लग जाओ…
कोई पीर की फूंक , ना दुआ , ना मंतर काम आए…
- Kadar Shayari, Nazar Shayari
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वक़्त से ज़रा बचा लूँ मैं इन्हें
कि उनकी ही तो ये अमानत हैं,
वरना तो हर “ज़ख़्म” भर देना
वक़्त की बड़ी पुरानी सी आदत है
देखो एक गुलशन की नज़र से तो
ख़ार भी फूलों से ही हैं खुबसूरत,
क्या करें वो गर चुनना बस फूल
ज़माने की बड़ी पुरानी सी रिवायत हैं
- अजय उस्तुवार
- Aadat Shayari, Nazar Shayari, Zakhm Shayari
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यूँ तो नजरों को बहुत कुछ नजर आता है,
मगर ये टिकती उसी पे है जो इसे भाता है।।
- Nazar Shayari
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